चुनाव नगर निकाय और पंचायत चुनावों की सरगर्मियों ने दिसंबर की सर्द फिजाओं में से गर्माहट ला दी है। नगर निकाय चुनावों के नामांकन का सोमवार को अंतिम दिन था। जिले के चार नगर निकायों में 136 नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। नगर परिषद हमीरपुर में एक दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां पति-पत्नी ने एक ही वार्ड से नामांकन दाखिल कर दिया है। मामला वार्ड नंबर सात का बताया जा रहा है। यहां 39 वर्षीय पति को जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी का टिकट दिया गया है, वहीं उनकी 36 वर्षीय धर्मपत्नी ने बतौर आजाद उम्मीदवार यहां से चुनावी ताल ठोक दी है। पति पेशे से दुकानदार है, तो उनकी धर्मपत्नी गृहिणी। अब ऐसा क्यों किया गया है, इस बारे में तो कुछ कहा नहीं जा सकता। भले ही इसके पीछे कोई सियासी समीकरण हों, लेकिन पति-पत्नी के एक साथ ही चुनाव मैदान में आमने-सामने खड़े होने से मामला रोचक जरूर बन गया है। बता दें कि सुजानपुर नगर परिषद के कुल नौ वार्डों में से कुल 39 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
माँ बेटा चुनाव मैदान में
आरक्षित सीट पर वोटर सिर्फ सास बहू
वार्ड पंच को
एससी महिला के लिए आरक्षित सीट पर वोटर सिर्फ सास बहू
पंचायतों में इस बार लागू किए गए
रोस्टर को लेकर प्रदेश भर में खूब
सवाल उठे हैं। वहीं, मंडी जिला के
धर्मपुर विकास खंड का मामला तो
प्रदेश उच्च न्यायालय तक पहुंच
चुका है। वहीं, इसी विकास खंड
की एक पंचायत का अब एक
अनोखा मामला सामने आया है।
यहां एक पंचायत के वार्ड पंच को
एससी महिला के लिए आरक्षित
किया गया है, लेकिन हैरत की बात
यह है कि इस वार्ड में एससी
कैटेगिरी में एक ही परिवार है और
उसमें दो महिलाएं ही मात्र वोटर हैं,
जो कि सास-बहू हैं, जिनमें सास
की आयु 90 वर्ष और बहू की आयु
58 वर्ष की है। यह रोचक व
आरक्षण पर सवाल उठाने वाला
मामला धर्मपुर विकास खंड की कूनपंचायत के रसाड़ी वार्ड का है, जिसे
लेकर अब लोगों में खूब रोष
प्रशासन व सरकार के खिलाफ पनप
रहा है। लोगों ने इस वार्ड के
आरक्षण को बदलने की मांग की है।