जिला ऊना के एक गांव में चुनाव हारने पर
मायूस हुए प्रत्याशी ने अपने घर
में लोगों को लगाया गया दूध बंद
कर दिया है। कई लोगों ने बताया
कि हारे प्रत्याशी का कहना था कि
अपने लोगों के कारण ही वह हारे
हैं। इन्हीं लोगों ने उन्हें वोट नहीं
डाले जिसकी वजह से वह चुनाव
हार गए हैं। अब वह इनको दूध
भी नहीं देंगे।
अक्सर चुनाव लड़ने वाले
प्रत्याशियों को नए-नए अनुभव होते हैं लेकिन इस बार मतदाताओं को
एक अलग ही प्रकार प्रकार का
अनुभव इन पंचायत के चुनावों में
हुआ है। जानकारी के मुताबिक
जिला की एक ग्राम पंचायत में
एक पद के लिए प्रत्याशी चुनाव
लड़रहाथा। इस प्रत्याशी को काफी
उम्मीद थी कि इस बार उसकी
जीत पक्की होगी। जब चुनाव का
परिणाम आया तो यह प्रत्याशी हार
गया। यह प्रत्याशी अपनी हार से
इतना आहत हुआ कि उसने अपनी
हार का ठीकरा अपने ही लोगों पर
फोड़ दिया।
यह प्रत्याशी पशुपालक
भी है और उनसे कई लोग दूध भी
लेते हैं। जब यह प्रत्याशी चुनाव
हारा और दूसरे दिन लोग उनके
घर से दूध लेने आए तो उन्होंने
उन्हें दूध देने से मना कर दिया।