यानि अब साफ हो गया है कि 5वीं
और आठवीं को इस बार भी बोर्ड
कक्षाओं में नहीं लिया गया है।
पिछली बार जब प्रदेश में कोविड
जैसे हालात नहीं थे, तो शिक्षा की
गुणवता और छात्रों के मुल्याकंन के
लिए यह तय किया गया था कि इन
दोनों कक्षाओं को बोर्ड कक्षाओं में
लिया जाए, लेकिन इस बार कोविड
के चलते छात्रों की
पढ़ाई ऑनलाइन हुई
और स्कूल भी बंद रहे
ऐसे में इन परीक्षाओं को
स्कूलों में नॉन बोर्ड
कक्षाओं की तर्ज पर
करवाने का फैसला
किया गया है।
अभी
तक छात्रों के लिए यह असमंजस
की स्थिति बनी हुई थी। समर और
विंटर क्लोजिंग दोनों ही स्कूलों के
लिए फाइनल परीक्षाओं का शेड्यूल
जारी कर दिया गया था, लेकिन 5वीं
और 8वीं कक्षाओं के लिए क्या
शेडयूल रहेगा किस आधार पर पेपर होंगे यह अभी तक तय नहीं था,लेकिन अब प्रदेश सरकार ने स्थिति
साफ कर दी है।
मार्च में ही होंगे इन कक्षाओं के फाइनल पेपर; अन्य नॉन बोर्ड कक्षाओं की तर्ज पर इन कक्षाओं के
एग्जाम भी मार्च में ही होंगे, लेकिन इसकी
तिथि अभी तय होनी है। प्रदेश सरकार
का कहना है कि एचपी बोर्ड से पेपर सेट
करने के बाद विभाग अपने स्तर पर
परीक्षाओं का शेड्यूल तैयार करेगा और
उसे जारी भी करेगा।
कोविंड के चलते इस
बार सभी कक्षाओं की परीक्षाएं 70 फीसदी
सिलेबस से होनी है, तो यह भी तय है कि वीं
और 8वीं की परीक्षाएं भी 70 फीसदी सिलेबस से ही होंगी। छात्रों को यह बड़ी राहत
मिली है। 5वीं और 8वी में छात्र फेल नहीं होंगे। हालांकि स्कूल प्रबंधन उनका रिजल्ट
बोडिंग में निकालेंगे।
5वीं और 8वीं इस बार बोर्ड नहीं होंगे, लेकिन पेपर एचपी बोर्ड
ही सेट करेगा। परीक्षाओं का शेड्यूल विभाग अपने स्तर पर
तैयार करेगा।
-राजीव शर्मा, सचिव, शिक्षा विभाग