एनएसयूआई राज्य इकाई ने शिमला स्थित अपने मुख्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर प्रदेश विश्वविद्यालय में चल रही शिक्षक भर्तियों में धांधली होने के आरोप लगाए हैं। प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठकुर ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान इंटरव्यू से पहले आवेदकों की छंटनी के लिए उनके रिश्तेदार प्रोफेसरों और कार्यकरी परिषद के सदस्यों कोबिलकुल भी नहीं बन सकता।
छत्तर
ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि
विवि प्रशासन ने अपने चहेते को
अंदर करने के लिए सभी नियमों
की धज्जियां उड़ाते हुए एक बड़े
भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। यहां
तक कि स्क्रूटनी में पिता-पुत्र और
पति-पत्नी जैसे ब्लड रिलेशन एवं
नजदीकी रिश्तेदारों को भी बिठाया
गया है।
इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए
एनएसयूआई ने कुलपति सिकंदर
कुमार और छंटनी कमेटी केचेयरमैन डीएस अरविंद कालिया के
इस्तीफे की मांग की है। इस मामले
को लेकर प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर
और संगठन महासचिव मनोज
चौहान ने सरकार से न्यायिक जांच
की मांग की है।
उन्होंने चेताया कि
भर्तियों में धांधलियों की न्यायिक
जांच शुरू न करने पर प्रदेश में
आंदोलन के साथ मुख्यमंत्री का
घेराव किया जाएगा।
स्क्रूटनी पैनल में बैठा दिया, जो कि
नियमों के खिलाफ है। नियमों के
अनुसार किसी भी भर्ती प्रक्रिया के
दौरान किसी भी अधिकारी या
शिक्षक का कोई भी रिश्तेदार अगर
आवेदन करता है, तो ऐसे में वह
इस भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा