जिला मंडी की कल्हणी पंचायत की खीरामणि हिमाचल की सबसे युवा प्रधान बन गई हैं। दावा किया जा रहा है कि वह देश की भी सबसे युवा प्रधान हैं। खीरामणि 21 साल 10 महीने की उम्र में प्रधान बनी हैं। वह पिछले चुनाव में देश की सबसे युवा प्रधान जबना चौहान से भी एक माह छोटी हैं। खीरामणि की जन्मतिथ 12 मार्च 1999 है। खीरामणि ने जयवंती को 25 वोटों से हराया है। उन्होंने कहा कि पंचायत का एक समान दृष्टि से विकास करवाएंगी। कल्हणी पंचायत इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित हुई थी।
वहीं, ऊना जिले के डूहल
भटवाला के धलवाड़ी गांव के युवा
आशीष शर्मा 21 वर्ष की उम्र पर
उपप्रधान बने हैं। पंचायत चुनाव में
उपप्रधान पद के लिए तीन वोटों से
जीत दर्ज की है। आशीष उपप्रधान
पद के अन्य छह प्रत्याशियों को
हराकर चारों खाने चित्त कर दिया।
आशीष ने बीबीए की है और
वर्तमान में एनएसयूआई के जिला
अध्यक्ष हैं। बता दें कि इस पंचायत
चुनाव में जनता ने कई युवाओं पर
भरोसा जताया है।
लोअरकोटी पंचायत में 22 साल
की अवंतिका बनीं प्रधान
रोहडू। रोहडू की लोअरकोटी में 22
साल की अवंतिका चौहान प्रधान चुनी
गई हैं। इसी पंचायत के अंकुश शर्मा
उपप्रधान चुने गए हैं। एसडीएम बीआर
शर्मा ने कहा कि उपमंडल रोहडू में
चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए।
24 वर्षीय रीना के हाथ
सिल्लाघ्राट की कमान
चंबा की सिल्लाघराट पंचायत की
कमान मतदाताओं ने 24 साल की
रीना को सौंपी। उन्होंने 59 वोटों के
अंतर से अपने विरोधी उम्मीदवार
को हराया। रीना ने बीए की है और
रीना
एमए कर रही हैं।
22 साल की जागृति प्रधान
और अक्षय बने उपप्रधान
बिलासपुर। पंचायत साई खारसी में 22 वर्षीय
जागृति देवी ने प्रधान बनकर जिले में नया
इतिहास रचा है। अभी तक जिले में 22 साल
का कोई भी प्रधान नहीं बना था। जागृति शिमला
लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई पूरी कर रही
है। 22 साल के अक्षय निहाण के उपप्रधान बने।