ऐसे जेबीटी अभ्यर्थी जो ओपन
स्कूल से केवल 7 दिन पढ़ाई कर
जेबीटी के लिए पात्र हो
जाते हैं बाकि छात्र दो
साल पढ़ाई के लिए क्यों
बर्बाद करें। सरकार
पहले ही जेबीटी के पदों
पर भर्तियां नहीं कर रही है और ऐसे
में नए आदेश जारी कर जेबीटी
प्रशिक्षुओं साथ यह अन्याय किया
जा रहा है।
हाल ही में
केंद्र सरकार ने इस बारे में राज्य
सरकार को पत्र जारी किए हैं। इसमें
बाहरी राज्य के उच्च न्यायालय द्वारा
पारित आदेशों का हवाला दिया गया
जेबीटी के पदों के लिए आवेदन
कर सकते हैं। लेकिन डाइट सेंटर
से दो साल की डिग्री करने वाले
जेबीटी प्रशिक्षुओं ने इस पर सवाल
खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि
सरकार अगर ओपन स्कूल और
डाईट स्कूल को बराबर का दर्जा दे
है। प्रदेश के कई छात्र ऐसे हैं जो
सरकारी और निजी क्षेत्र में काम
करने के साथ एनआईओएस से
डीएलएड का डिप्लोमा भी करते हैं।
लेकिन इनकी नियुक्ति को लेकर
विवाद रहे हैं। अब केंद्र ने साफ
किया है कि उनका यह डिप्लोमा
हिमाचल में नौकरी के लिए मान्य
होगा।