इन विषयों में ड्रर्द, टी.जी.टी.
मैडीकल व पंजाबी शामिल हैं। उर्दू विषय
में सीरीज ए, बी, सी और डी. में एक-
एक ग्रेस अंक दिया जाएगा। टी.जी.टी.
मैडीकल में सीरीज ए, बी, सी और डी में
एक-एक अंक ग्रेस के रूप में परीक्षार्थियों
को मिलेगा। पंजाबी में चारों सीरीज में 2-
2 अंक ग्रेस के रूप में मिलेंगे।
उत्तरों के
रूप में दिए गए ऑप्शन गलत होना इसका
कारण बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक बोर्ड ने जिन
विषयों में ग्रेस अंक दिए जाने की बात
कही उन सीरीज में पूछे गए कुछ प्रश्नों
के उत्तरों के रूप में जो ऑप्शन दिए गए
हैं वे उत्तरों से मैच ही नहीं हो रहे हैं जिस
कारण इन विषयों में ग्रेस अंक दिए जाएंगे।
इसके अलावा बोर्ड द्वारा वैबसाइट पर
अपलोड की गई अस्थायी उत्तर कुंजी पर
दर्ज उत्तरों के संबंध में आपत्ति प्रमाणित
तथ्यों सहित परीक्षार्थी 6 जनवरी तक मेल
भेज सकते हैं। दस्ती तौर पर भी आपत्ति
जमा करवाई जाएगी। बोर्ड ने एक्सपर्ट टीम
गठित कर दी है। इस टीम से आपत्तियों
का विश्लेष्ण करवाया जाएगा। इसके बाद
ही आपत्तियों पर निर्णय बोर्ड द्वारा लिया
जाएगा।
स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 8 विषयों
की अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन
प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में 12 से 15
दिसम्बर के बीच किया गया था।
कुछ प्रश्नों के उत्तर
के रूप में जो ऑप्शन दिए
गए थे वे उत्तरों से मैच नहीं
कर रहे थे जिस कारण
परीक्षार्थियों को ग्रेसअंक दिए
जाएंगे। 6 जनवरी तक आपत्तियां मांगी गई हैं।
एक्सपर्ट टीम द्वारा आपत्तियों का विश्लेषण
करवाया जाएगा।
-डा. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष,
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड