इस दौरान
करीब पौने ग्यारह बजे गेट पर
कतार में खड़ी दो महिला अभ्यर्थी
आपस में ही उलझ पड़ीं। एक
महिला अभ्यर्थी का आरोप था कि
वह सबसे पहले पहुंची थीं लेकिन
उसे काउंसिलंग के लिए बाद में
बुलाया गया। इस दौरान माहौल
तनावपूर्ण हो गया। शिक्षा विभाग को
मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा।
करीब ग्यारह बजे पुलिस मौके पर
पहुंची। इसके बाद पुलिस ने
अभ्यर्थियों को सूची के मुताबिक
काउंसलिंग के लिए भेजना शुरू
किया। 12 बजे तक काउंसलिंग
प्रक्रिया जारी रही।
मंडी से
काउंसलिंग के लिए पहुंचीं अभ्यर्थी ने बताया कि वह सुबह साढ़े
पांच बजे ही विभाग के कार्यालय
पहुंच गई थीं। लेकिन सुबह जल्दी
पहुंचने के बाद भी उनका नंबर देरी
से लगा।
काउंसलिंग के लिए मंडी
से पहुंची एक और अभ्यर्थी ने बताया कि
काउंसलिंग के दौरान काफी देर
इंतजार करना पड़ा। भूखे प्यास
रहकर वह कार्यालय के बाहर
मौजूद रहीं।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक
राजेश कौशल ने बताया कि
काउंसलिंग के पहले दिन सोशल
डिस्टेंसिंग कायम रखने के लिए
कर्मी तैनात रहे। लेकिन, अभ्यर्थियों
ने जल्दबाजी के कारण कोरोना के
नियमों की अनदेखी की। कुछ
अभ्यर्थी आपस में उलझ गए थे,
जिन्हें शांत करवा दिया गया था।