प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। संघ ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाओं को शुरू किया गया है।
नई शिक्षा नीति के तहत हर प्री नर्सरी को
अनिवार्य कर दिया गया है। अभी
तक इन कक्षाओं को पढ़ाने का कार्य
जेबीटी शिक्षकों को दिया गया है।
जबकि प्रदेश में सैकड़ों महिलाएं ऐसी
है जिन्होंने एनटीटी का कोर्स किया है
और वह इसके लिए पात्रता रखती हैं।
राज्य अध्यक्ष गायत्री शर्मा,
उपाध्यक्ष नीशू देवी, महामंत्री कल्पना
शर्मा ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा नई
शिक्षा नीति के तहत प्री नर्सरी कक्षाएं
शुरू करने के निर्णय का स्वागत किया
है। उन्होंने कहा कि 23 साल पहले
उन लोगों ने एनटीटी कोर्स किया
है।
वह बेरोजगार हैं। ऐसे में जब प्री
नर्सरी कक्षाएं शुरू की जा रही है तो
उन्हें पढ़ाने का जिम्मा सौंपना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार बैच वाइज
आधार पर एनटीटी की नियुक्तियां
होती है। उन्होंने कहा कि वह किसी
का हक नहीं मांग रहे हैं बल्कि इस
पद के लिए पात्रता रखते हैं।
करें, जैसे जेबीटी और टीजीटी में